White
जो प्यार में पागल हुआ, वो दिल से बेक़ाबू सा हुआ ,
धड़कनें कह रही हैं कुछ, बस वही है, सबकुछ वही है।
रातों को जागता हूँ अब, उसके ख्वाबों में खोया हुआ,
चांदनी भी साजिश करती, उसकी सूरत सा चमका हुआ।
बोलूं कुछ तो शब्द रुके, निगाहें कहती हैं सब बातें,
हर सांस में बस वो ही बसी, अब क्या कहूं दिल की सौगातें।
चाहत उसकी ऐसी लगी, कि दुनियादारी भूल गया,
उसके बिना अब ये ज़िन्दगी, जैसे एक सफर अधूरा सा।
पागलपन है ये या जुनून, समझ ना पाए दिल की धुन,
पर जो भी हो ये प्यार का, नशा नहीं उतरेगा कभी।
जो प्यार में पागल हुआ, वो दिल से बेक़ाबू सा हुआ ,
धड़कनें कह रही हैं कुछ, बस वही है, सबकुछ वही है।
रातों को जागता हूँ अब, उसके ख्वाबों में खोया हुआ,
चांदनी भी साजिश करती, उसकी सूरत सा चमका हुआ।
बोलूं कुछ तो शब्द रुके, निगाहें कहती हैं सब बातें,
हर सांस में बस वो ही बसी, अब क्या कहूं दिल की सौगातें।
चाहत उसकी ऐसी लगी, कि दुनियादारी भूल गया,
उसके बिना अब ये ज़िन्दगी, जैसे एक सफर अधूरा सा।
पागलपन है ये या जुनून, समझ ना पाए दिल की धुन,
पर जो भी हो ये प्यार का, नशा नहीं उतरेगा कभी।
©~VanyA V@idehi ~
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