White एक नींद जो मयस्सर नहीं एक ख़्वाब जो बदलता | हिंदी कविता

"White एक नींद जो मयस्सर नहीं एक ख़्वाब जो बदलता नहीं एक रात ढल रही है कबसे एक सवेरा जो होता नहीं एक मैं जो जुनूं की कैद में हूं एक वो जिसे फर्क पड़ता नहीं... ©Kavi Aditya Shukla"

 White एक नींद जो मयस्सर नहीं 
 एक ख़्वाब जो बदलता नहीं 
एक रात ढल रही है कबसे
एक सवेरा जो होता नहीं 
एक मैं जो जुनूं की कैद में हूं
एक वो जिसे फर्क पड़ता नहीं...

©Kavi Aditya Shukla

White एक नींद जो मयस्सर नहीं एक ख़्वाब जो बदलता नहीं एक रात ढल रही है कबसे एक सवेरा जो होता नहीं एक मैं जो जुनूं की कैद में हूं एक वो जिसे फर्क पड़ता नहीं... ©Kavi Aditya Shukla

#Nojoto #Like #follow

People who shared love close

More like this

Trending Topic