गुस्सा भी हूं तुमसे नाराज़ भी हूं
इसके भी अपने गम हैं पर तेरी आंखों में आज भी हूं।
तुझसे दूर हूं और तेरे पास भी हूं
तेरी उदासी हूं और तेरी हंसी का साज भी हूं।
तेरी खामोशी हूं तेरी आवाज़ भी हूं।
गुस्सा भी हूं तुमसे नाराज़ भी हूं
©शब्दों की जादूगरनी
#लौट_आओ