ऐतिहासिक तथ्य
बालोतरा से 20 किमी दूर पिपलिया पर्वत से पश्चिम दिशा की ओर एक बुड़ीवाडा गांव हैं ,इस गांव का नाम बुड़ीमाता नाम से चारण कुल की एक सती देवी के नाम पर पड़ा। कुछ पौराणिक एवं लोकमान्यता के अनुसार यहां पर एक बार भयंकर संकट आया था और उस समय यहां चारण कुल की देवी ने रक्षा की थी। बुड़ीमाता का थान 400 मीटर दूर तालाब के तट पर स्थित है। यहां पर अक्षय तृतीया के दिन पूरे गांव के लोग अपने घर से जल और मीठा चूरमा लेकर आते हैं फिर देवी को भोग लगाते हैं,उस भोग को वापस घर नहीं ले जाते हैं
©पथ भुला परदेशी
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