क्या बताऊं कितना मिलता है सुकून पा कर अंम्मा की दुआओं को जैसे बैठा हूं ,गौद में आंचल में लिपट के आज ,रूबरू हो गया मैं उसी एहसास से पाकर इस घनी छांव को ©राजेश कुमार बी.जी Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto