White वाह रे इंसान..
घर में निकला चूहा, दवा डाल मार गिराया। मंदिर में माटी के चूहे को, अपना दुखड़ा बोल आया।
बच्चे मांगे खिलौने, मां बाप ने डांट दिया... मंदिर की पेटी में दिल खोल चंदा डाल दिया।
नहाकर गंगा में, सब पाप धो आया। वहीं से धोए पापों का पानी भर लाया। माटी की मूरत से अपनी ज़िंदगी की भीख मांग आया...
उसी मूरत के सामने जानवर बेजुबान काट आया।
ज़िंदगी भर कौवे को अशुभ मानता आया.. फिर मरे मां बाप को कौआ समझ भोजन करा आया।
वाह रे इंसान तेरा तरीका मेरी समझ न आया।
©Kanchan Agrahari
#SAD @Anshu writer @sushil dwivedi Munni हा जी वेलकम है @hardik Mahajan