White चोरी चोरी देखूँ मैं तुमको
चेहरे पर मुस्कान भर आता है
न जाने दिल को कैसी ख़ुशी मिल जाता है
खोता कुछ नहीं मेरा पर
देख कर तुमको बहुत कुछ पा लेता हूँ
कुछ लिखता हूँ तुम्हारे लिए
बहुत कुछ सोचता हूँ तुम्हारे लिए
रातों को चोरी-चोरी नींदे मेरी उड़ जाती है
ख़्याल जब तुम्हारा आता है
कल बातें तुमसे करूँगा
क्या बातें करूँगा तुमसे
यही रात भर सोता रहता हूँ
©Prabhat Kumar
#प्रभात