दौर-ए-कुफ्र में भी
वस्ल की गुजारिश करता है ,
इश्क खुदगर्ज है, साहब
ये भला कब हालात के मुताबिक चलता है ...
©꧁ARSHU꧂ارشد
दौर-ए-कुफ्र में भी
वस्ल की गुजारिश करता है ,
इश्क खुदगर्ज है, साहब
ये भला कब हालात के मुताबिक चलता है ... @sana naaz @Shilpa priya Dash MमtA Maया @Kalpana Korgaonkar प्रज्ञा