Village Life ये मुझसे जो भी अच्छा बुरा हो रहा है
मेरा कुछ नहीं इसमे मुझसे करवाया जा रहा है!
मेरी ख़ुशी छीन कर मुझसे अलग किया गया उसको
अब ना चाहते हुये भी उसे मेरे घर ठहराया जा रहा है!
उसकी बुराई कर कर के मेरी नजर मे बुरा बनाया जिसको
अब मेरे मुकाबले उसे अच्छा बताया जा रहा है!
उसी के दिए लिवाज़ मे छुपाये थे खुद को
जिसके के हाथों ये कपड़ा हटाया जा रहा है!
तरस खाने वाले मुझपर हसीं आ रही तुझपर
ये मेरे हिस्से कर काटा हुआ है जो आज तुझपर लुटाया जा रहा है!
©Aarv;
#villagelife