शहर के शोर-शराबे में, गाडी में बंद शीशों की खामोशी, एक ग़ज़ल पढ़ रही थी, मैं सुन रहा था, मैं सुन रहा था l ©Akshit Soral #shor Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto