पल्लव की डायरी
नस्ले अब गजब ढा रही है
पर्वत पहाड़ खेतो को पर्यटन बना रही है
पब रेव पार्टिया से ऊब रहा है युवा मन
नेचुरलता में डूब कर
प्रकृति प्रेम का लुत्फ उठा रही है
परिदृश्य अब परिवेश बदलेगा
खेत खलिहान जिंदगी का रुख बदलेगा
प्रवीण जैन पल्लव
©Praveen Jain "पल्लव"
#sadak परिदृश्य अब परिवेश बदलेगा
#nojotohindi