"ज़माना ख़ुश होता है
दो दिलों के दरमियाॅं फ़ासले देख कर।
ख़ूबसूरत रिश्तों को भी कभी-कभी
लग जाती है ज़माने की नज़र।
इसलिए,ऐ मेरे दोस्त,चाहे मोहब्बत हो या जुदाई
अपने जज़्बात ज़ाहिर करने से पहले
तू ज़रा एहतियात कर लिया कर ।
ज़माने के सामने अपने जज़्बात
सोच समझ कर ज़ाहिर किया कर।
और मुझसे कुछ कहना है अगर
तो सीधे मुझसे बात कर लिया कर।
#bas yunhi ...
©Sh@kila Niy@z
"