White मार्च लूट के सरदार
मार्च लूट के सरदार कहांँ तुम
आंँधी बनकर आए थे तुम
तूफान बनकर चले गए तुम
कितनों के घरों में तुम
आंँसुओं के दीए जला गए तुम
कितनों की आपाधापी में
जान चली गई भागम भागी में
मार्च लूट की साजिश में
1200 का बैग गया पानी में
पानी का बोतल गया पानी में
पानी की बोतल में बच्चे पी रहे दूध
मार्च लूट की सभी योजनाओं का निकल गया दूध
मोगैंबो भाग गया पीकर सारा दूध
जांँच के नाम पर निकाल गया कितनों का दूध
आया था दामाद बनकर गया वह नफरत का पात्र बनकर
©DR. LAVKESH GANDHI
# मार्च लूट के सौदागर#
# मार्च लूट के सौदागर हो तुम कहांँ #