ख़फ़ा हो किसी से अगर तो नाराज़गी को जताया करो। द | हिंदी शायरी

"ख़फ़ा हो किसी से अगर तो नाराज़गी को जताया करो। दमदार दुआएँ पाने के लिए, बुजुर्गों के आगे सिर झुकाया करो। कोशिश करने वाले अक्सर आगे होते हैं क़ाबिल लोगों से, निशान बनाने हैं जो ख़ुद के, पहले कदम बढ़ाया करो। जब निकलो मंज़िल की ख़ातिर कुछ पत्थर ख़ुद हटाया करो। किसी से राह पूछा करो , किसी को रास्ता बताया करो। कुछ लोग घर में दाखिल होते ही मुफ्त मशवरे देते हैं, लड़की बड़ी हो गई है आपकी, इससे घर का काम करवाया करो। जो सोचते हैं होता है आसान मामूली ज़ख्मों से ग़ज़ल बनाना, ये मामूली ज़ख्म पाने के लिए पलकों से मिर्ची उठाया करो। ©OJASWI SHARMA"

 ख़फ़ा हो किसी से अगर तो  नाराज़गी को जताया करो। 
दमदार दुआएँ पाने के लिए, बुजुर्गों के आगे सिर झुकाया करो। 

कोशिश करने वाले अक्सर आगे होते हैं क़ाबिल लोगों से, 
निशान बनाने हैं जो ख़ुद के, पहले कदम बढ़ाया करो।

जब निकलो मंज़िल की ख़ातिर कुछ पत्थर ख़ुद हटाया करो। 
किसी से राह पूछा करो , किसी को रास्ता बताया करो। 

कुछ लोग घर में दाखिल होते ही मुफ्त मशवरे देते हैं, 
लड़की बड़ी हो गई है आपकी, इससे घर का काम करवाया करो।

जो सोचते हैं होता है आसान मामूली ज़ख्मों से ग़ज़ल बनाना, 
ये मामूली ज़ख्म पाने के लिए पलकों से मिर्ची उठाया करो।

©OJASWI SHARMA

ख़फ़ा हो किसी से अगर तो नाराज़गी को जताया करो। दमदार दुआएँ पाने के लिए, बुजुर्गों के आगे सिर झुकाया करो। कोशिश करने वाले अक्सर आगे होते हैं क़ाबिल लोगों से, निशान बनाने हैं जो ख़ुद के, पहले कदम बढ़ाया करो। जब निकलो मंज़िल की ख़ातिर कुछ पत्थर ख़ुद हटाया करो। किसी से राह पूछा करो , किसी को रास्ता बताया करो। कुछ लोग घर में दाखिल होते ही मुफ्त मशवरे देते हैं, लड़की बड़ी हो गई है आपकी, इससे घर का काम करवाया करो। जो सोचते हैं होता है आसान मामूली ज़ख्मों से ग़ज़ल बनाना, ये मामूली ज़ख्म पाने के लिए पलकों से मिर्ची उठाया करो। ©OJASWI SHARMA

मामूली ज़ख्म..
#ojaswisharma #shayari #latestshayari #shayaribegum #Ojaswi #nojoto

#mamulijakhm
#december

People who shared love close

More like this

Trending Topic