White धड़कनों से पूछता हूँ क्यों उसका नाम गुनगुनाती हो,
सांसों से पूछता हूँ क्यों उसको आवाज़ लगाती हो,
जब उसे लौट कर ही नहीं आना तो आँखों तुम क्यों आँशु बहाती हो,
धड़कनों ने कहा कोई गीत उस से प्यार नहीं है,
सांसों ने कहा उसके सिवा को तुम्हारा नहीं है,
आँखे कहती है उस से सुन्दर कोई नजारा नहीं है,
मस्तिष्क से कहता हूँ तू तो भूल जा उसे,
मुस्करा कर वो भी बोला बिन उसकी यादों के गुजारा नहीं है |
12/06/2024
©suresh gulia
#कशमकश