सुबह से शाम हो गई, ये आफत आराम हो गई, हर करवट पर ब

"सुबह से शाम हो गई, ये आफत आराम हो गई, हर करवट पर बोले, कितना सोएगा वे, अब तो मेरी अंगड़ाई भी मुझसे परेशान हो गई। शिवम✍️"

 सुबह से शाम हो गई,
ये आफत आराम हो गई,
हर करवट पर बोले, कितना सोएगा वे,
अब तो मेरी अंगड़ाई भी मुझसे परेशान हो गई।

शिवम✍️

सुबह से शाम हो गई, ये आफत आराम हो गई, हर करवट पर बोले, कितना सोएगा वे, अब तो मेरी अंगड़ाई भी मुझसे परेशान हो गई। शिवम✍️

#World_Sleep_Day

People who shared love close

More like this

Trending Topic