Beautiful Moon Night और कभी कभी महसूस होता है जैसे अंतर्मन का कोलाहल बाहर के शोर को दबा रही है और अपने ही हृदय की धड़कने परेशान करने लगी हो। ये शोर कानों मे इतना तेज बज रहा है, मैंने कानो को तकिये से ढक लिया है पर ये नाद कम होता ही नहीं है । सांसों की गर्माहट से खुद ही झुलस रहें है, और हृदय के कोने मे कुछ अटका पड़ा है...
©Punam
#SAD