ये सांझ कुछ कहती है कभी सुनो तो सही... ये आसमान भी
"ये सांझ कुछ कहती है
कभी सुनो तो सही...
ये आसमान भी रोती है
कभी देखो तो सही...
बदलो की लुका छिपी,
हवाओं की सर्सराहट,
फूलों का यू खिल जाना और
वादियों का महक जाना,
पंछियों का चेहेकना
और न जाने कितना कुछ
कभी अनुभव करो तो सही..."
ये सांझ कुछ कहती है
कभी सुनो तो सही...
ये आसमान भी रोती है
कभी देखो तो सही...
बदलो की लुका छिपी,
हवाओं की सर्सराहट,
फूलों का यू खिल जाना और
वादियों का महक जाना,
पंछियों का चेहेकना
और न जाने कितना कुछ
कभी अनुभव करो तो सही...