White जो हक बात कहने से इंकार कर रहा है,वो
जरूर माल विरसे का अकेले डकार रहा है//१
गर है जो जमीर से जिंदा,तो समझिए,वो
जरूरजी अपने अहदो वकार में रहा है//२
अपनी औलाद से अदल परवरिश का सबूत है,
जो ऐसा न कर सके वो जरूर बेकार रहा है//३
जो भोला*पाड़ा हड़प लें अपने हमशीरी का*विरसा,
वो जरूर दोगली भैंस का *शीर चटकार रहा है//४
जिसने की है बसर हयात को सब्र शुक्र गुजारी में,
जरूर उनके चश्म में बेशुमार अश्कों का गुबार रहा है/
"शमा"जो नही रहते अपने ईमान पे कायम,
उनका हश्र,बरोजे महशर कितना दुश्वार रहा है//६
#SjamawritesBebaa
©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
#sad_shayari जो हक बात कहने से इंकार कर रहा है,वो जरूर माल*विरसे का अकेले डकार रहा है//१*विरासत
गर है जो जमीर से जिंदा,तो समझिए,वो जरूर जी अपने अहदो वकार में रहा है//२
अपनी औलाद से*अदल परवरिश का सबूत है,जो ऐसा न कर सके वो जरूर बेकार रहा है//३*न्याय
जो बनकर *भोला_पाड़ा हड़प लें अपने*हमशीरी का विरसा,
वो जरूर दोगली भैंस का *शीर चटकार रहा है//४