"बातों मे बात होती थी
हर दिन एक मोहब्बत की शुरुआत होती थी।
कभी कुछ वो कहती तो कभी हम कहा करते थे
अलग होकर भी ना जाने क्यों साथ रहा करते थे।।
वो गुड मॉर्निग कहती तो सुबह हो जाता था
मैं शुभ रात्रि कहता तो बवाल हो जाता था।।।
अब दिन और रात का कोई ठिकाना ना रहा
मैं तो रहा सफर मे वो सफर मे हमारा ना रहा।।। 💔🥀
©Aashiq Hi Samjho
"