""आशा की करण""
हताश मत हो इस हार से आशा है इसी मे मान ले
हार के भी हार मत मान जीत हैं इसी मे मान ले
निराशा मे मत निराश हो आशा हैं इसी मे मान ले
इस हार से निराश मत हो कदम मिला के चलता चल
पहुंचेगा तु लक्ष्य तक तू मन मे विश्वास करके चलता चल
तू कर्म करता चल बस वंदे फिर हार क्या निराशा क्या
तू आशा रख यह की जीतेगा तू दस बार हार कर भी ग्यारह वी बार तो जीतेगा
बस रुकना मत तू हार कर मत बैठना मन को उदास कर
हर हार मे तू जीत मान हर निराशा मे तु आशा मान
दावा है मेरा तू जीतेगा दावा है मेरा तू जीतेगा
बस होना मत कभी निराश बस होना मत कभी उदास
तू जीतेगा दावा हैं मेरा तू जीतेगा दावा है मेरा।।
©Nitesh Parashar
कविता- आशा की करण
#Poet #kavita #Motivation #Inspiration #ummid #Love #Ta #Good Divya patle rasmi killchor449 Sohel Shaikh उमेश