–+खलिश, जिज्ञासा+–
देख चुके सारी दुनिया..
देखे..
चंदा, सूरज, सितारे..
प्रकृति माता, जीव, जंतु..
सर्दी गर्मी बारिश मौसम सारे..
हमारे, तुम्हारे..
इंसा रोते, बिलखते, हंसते, गाते.
कुछ दिन का ठिकाना..
अच्छे बुरों को आते जाते..
देखी..
रिश्तेदारी, दुनियादारी..
चाह, वफा, यारी, गद्दारी..
गरीबी, अमीरी..
सुख, दुख, बल, बीमारी..
...........
रूह, आत्मा, भूत ना देखे..
पुनर्जन्म, फल, करम..
......
ये कमी भी भरता हूं..
चलो खु..... शी करता हूं..
©Insaan RTN
#achievement