White सुन ए आसमा बहुत अकड़ है न तुझमें तो बिल्कुल गिरा मुझे तुझको छूने से मगर याद रख आग से तपती भटी में तु मुझको सेक रहा है ,अरे भय की चादर लिए तु मुझको ढक रहा है.अरे रोक सके तो रोक मेरा यह स्वाभिमान है लड़के भी हार गया मैं यह तो योद्धा का पुरुषार्थ है ...अरे अंत तक हारूगा इस कर्मों के बलिदान से सुन ए आसमा बहुत अकड़ है न तुझमें तो बिल्कुल गिरा मुझे तुझको छूने से...
©Amrit Kumar
no one stop u