White एक बार फिर सुनाई पढ़ने लगी है
आतत्ताई कोरवो की दहाड़े...... लगता है एक
नया महाभरत फिर जन्म लें रहा है
लेकिन हथियार दोनों पक्षों के ( तल वार भाले बंदूके और तिर्कमान ) आदि क़ो तो
जंग लग चुका है
लगता है अब तो केवल रसायनिक हथियारों से ही युद्ध लड़ना पड़ेगा जो सक्षम है आदमी और उसकी आने वाली नस्लों का संहार करने में
और ये भी संभावना नही रही कि इस युद्ध में कृष्ण भी आकर भाग लेंगे
क्योंकि उनका सुदर्शन चकर भी जंग खाकर तिथि बाहय हो चुका है
©Arora PR
महाभारत द्वितीय