Autumn यूं ही नहीं बनती पहचान"
बरसों तक तोड़ने पड़ते हैं पहाड़ ,
तब जाके कहीं मिलता है सम्मान।
बिना किसी स्वार्थ और उम्मीद के,
भटकना पड़ता है देश देश ,गली गली।
तब जाके कहीं मेहनत रंग लाती है,हर
किसी के दिल में, यूं ही नहीं बनती पहचान।
©Anuj Ray
# यूं ही नहीं बनती पहचान"