" सूरज अस्त रहा जहाँ कई दिनों से
वहाँ सुबह शाम अँधियारा होगा
खुदा वो आयेगा तब जाकर ही
मेरे घर आंगन मे उजियारा होगा
उसके बिना किसी का जीवन
कितना असहाय बेसहारा होगा
वो आयेगा जब बंधन तोड़कर सारे
खुशियो का सबेरा दुबारा होगा
Good Morning !!
Care and Take Care !!
©Ravikant Dushe
"