Men walking on dark street कई शहर रास ही नहीं आते,
पर वहाँ ठहरना मज़बूरी बन जाती है।
ज़िन्दगी बहुत आज़माती है।
लोग कई मिलते हैं,
अच्छे भी सच्चे भी मिलते हैं,
अच्छाई और सच्चाई भी भरमाती है।
ज़िन्दगी बहुत आज़माती है।
पुरानी दुनिया के हम लोग,
संस्कार पुराने,नए जमाने,
लोगो के नज़रों में ही गिराती है।
ज़िन्दगी बहुत आज़माती है।
©दीपा साहू "प्रकृति"
#Emotional #Prakriti_
#deepliner #love
कई शहर रास ही नहीं आते,
पर वहाँ ठहरना मज़बूरी बन जाती है।
ज़िन्दगी बहुत आज़माती है।
लोग कई मिलते हैं,
अच्छे भी सच्चे भी मिलते हैं,
अच्छाई और सच्चाई भी भरमाती है।