यूं न देखो नज़रों से तुम मुझको सनम
जो देखा तो मुझी में खो जाओगी
लब्ज़ रिस कर जबां पर तो आयेंगे पर
अश्रुओं को धरा पर गिरायेंगे पर
मैं समन्दर हूं तुम मुझी से गुजर कर जाओगी
बन नदी मुझी में खो जाओगी
दिल देकर मुझी को मेरी हो जाओगी
©Abhijeet Yadav
#PhisaltaSamay