White शिकायतों के अंबार"
पागल भंवरे ,किस लिए
करते हो, मुझसे शिकायत मेरी,
हंसी मजाक लड़कपन रह गया
पीछे, कोरी चुनरी में बड़े दाग़ लगे हैं।
अब मैं किसी को घास नहीं डालती,
ऐसी शिकायतों के तो अंबार लगे हैं।
बड़े सदमे दिए हैं मोहब्बत ने हमें
अभी-अभी तो गहरी नींद से जागे हैं।
©Anuj Ray
# शिकायतों के अंबार लगे हैं"