White कुछ इस कदर हम बेसहारे हुए थे,
हम रह गये बनके ज़मीं के और वो आसमां के तारे हुए थे।
जब जी चाहता था बस यूं ही छूकर गुजर जाते थे हमको,
वो लहरों से बहते रहे थे,हम यूं ही तन्हा किनारे हुए थे।
फक्र था उन्हें इस बात का जिसको चाहे जीत लेते थे,
मलाल हमें ये रहा कि हम तो खुद से ही हारे हुए थे।
@_ankaha_
@shikhar
©shikhar Singh
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