White ग़ज़ल :-
नाम होठों पे राम का आया ।
मेरा जीवन भी काम का आया ।।
नाम जपता रहा सदा प्रभु का ।
तो बुलावा भी धाम का आया ।।
हर कदम हौसला मिला हमको ।
तब ही तो द्बार श्याम का आया ।।
राज कैसे करोगे जनता पर ।
वक्त तो फिर गुलाम का आया ।
भाव कुछ कम करें बताओ भी ।
दौर फिर लौट आम का आया ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर
©MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :-
नाम होठों पे राम का आया ।
मेरा जीवन भी काम का आया ।।
नाम जपता रहा सदा प्रभु का ।
तो बुलावा भी धाम का आया ।।
हर कदम हौसला मिला हमको ।