नाराज़ चाहें बेशक हो जा हमसे,
मगर हमको छोड़कर तू जाना नहीं..........
तेरी इन पलकों की छांव के सिवा,
दूजा हमारा अब कोई ठिकाना नहीं.........
©Poet Maddy
नाराज़ चाहें बेशक हो जा हमसे,
मगर हमको छोड़कर तू जाना नहीं..........
#upset#Leave#except#eyelashes#Place.........