White बातों कि करवाहटो में छिपा है दर्दों का समंदर,
खुशनुमा आंखों में है डर जहां का, हां डर इस
जहा का जिस्से तुम अनजान हो खुद में ना जानूं कितनी परेशान हो, है येफरेबी जवाना इस बात से जो करती तुम इनकार हों, हां मुझे मालूम है तेरे होठों पर इकरार है तूझे मूझसे भी ज्यादा किसी से प्यार है
मगर तु खुद को आईना दिखलाना झुठी तस्वीरों से खुद को बचाना...
©प्रज्ञा
#Romantic