White दूर क्यों हो हमसे पास आओ न
मजबूरियां क्या है तुम्हारी हमे बताओ न
नाराज हो हमसे हमे पता है
पर बच्चे है तुम्हारे
अब माफ भी कर दो न
और एक बार फिर से अपने बच्चे को
छांव में बिठा के अपने डाल की पत्तियों को हिलाओ न
दूर क्यों हो हमसे पास आओ न
मजबूरियां क्या है तुम्हारी हमे बताओ न
©power of poetry
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नाराज पेड़