White हद हो गई इंतजार की
आइ न कुछ खबर सुखी संसार की।
छोड़ो बातें अब जीत और हार की।।
थक गये बातें सुन सुन तकरार की ।
अब बातें हो मिल्लत और प्यार की।।
बस जिक्र हो रोजगार के बयार की।
जरूरत है नफरत के तिरस्कार की।।
मुफलिसों के पोषण और आहार की।
मेहनतकश मजदूरों के अधिकार की।।
©Dr Wasim Raja
#Free हद हो गई इन्तजार की....