"किस्से ओर कहानियों का भी वो अलग ही दौर था,
जब मम्मी कहानियां सुनाकर सुला देती थी,
आज भी किस्से कहानियां कम नहीं है
पर वो ऐसी की सुनकर नींद ही उड़ जाती है।
-राज"
किस्से ओर कहानियों का भी वो अलग ही दौर था,
जब मम्मी कहानियां सुनाकर सुला देती थी,
आज भी किस्से कहानियां कम नहीं है
पर वो ऐसी की सुनकर नींद ही उड़ जाती है।
-राज