मुद्दतों से रंगों की होली नहीं खेला हूँ डर | हिंदी Shayari

"मुद्दतों से रंगों की होली नहीं खेला हूँ डरता हूँ कहीं तेरे इश्क़ का रंग न उतर जाए ।"

 मुद्दतों  से  रंगों  की  होली  नहीं  खेला  हूँ 
डरता हूँ कहीं तेरे इश्क़ का रंग न उतर जाए ।

मुद्दतों से रंगों की होली नहीं खेला हूँ डरता हूँ कहीं तेरे इश्क़ का रंग न उतर जाए ।

#Happy_holi #Holi

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