खुली खेत खलिहान से दिख रहा ये जो है
पर्वत नदिया जंगल और ये नीला आसमान..
कुछ कह रहा है, कुछ आंसू गिरा रहा है
देवों, महादेवों की भूमि झारखंड....
नव परिवर्तन, नवनुतन की आसार हैं
सावन में बाबा वैद्यनाथ का खुला हुआ राज दरबार है
सब कुछ मांग लो मिलेगा यही उदारता झारखंड का पहचान है
©Dev Rishi
#झारखंड