किट्टू की कलम से ✍️✍️
सूनो कुछ कहूं??
बिन पिए ही बहक रहा है वो,
बेपरवाह है वो और परवाह मेरी करता है वो ,,
बिना होली के ही मेरा रंग उस पर चढ़ा है
लाजबाव है वो और तौबा उसकी अदा है
करता है फिक्र बेपनाह मेरी ,
ना जाने मोहब्बत कितनी बेपनाह है ,,
( दिल से ❤️❤️ कलेक्शन से 😊)
## kittu 🔥
26/2/2024
©kirti tyagi
##तेरे लिए ❤️