बेटी को वरदान समझ उनको इतना प्यार दो
छोटी सी झोली में उनके संसार की खुशियां डाल दो,
बेटी है तो अभिमान करो
उनका आप सम्मान करो
इनके स्वभाव में अनगिनत खूबी है
बगीचा की खुशबु इनमें छुपी है
आंगन आपका चहक उठेगा
पायल जब उनका छन से बजेगा
सारी निराशा चली जाएगी
बेटी जब सामने मुस्कुराएगी
प्यार से जब वो पापा कहेगी
दरवाजे पे आके टाटा करेगी
ये खुशियां सिर्फ आप समझोगे
जब इन लफ्जो को महसूस करोगे
जब वो होगी थोड़ी सयानी
आप ना कर पाओगे मनमानी
आपके हर उलझन सुलझाएगी
हर कदम पर आपको समझाएगी
उसके लिए आप सबसे लायक होंगे
हर बात पे उसके नायक होंगे
उसकी खुशी खुशियों की पर्व होगी
वो आपके कंधों की गर्व होगी
इनकी प्यार का ना कोई अंत
ये खुशियां हमें देती अनंत
खुद रोकर भी हमारे आंसू पोछती
अपनी छोड़कर हमारी सोचती
ये तो दो परिवारों की बढ़ाएगी मान
जब आप करोगे कन्यादान
बेटी आपकी है गुमान
आपके लिए ये एक वरदान।