White हम जितने भी सिंगल हैं, हमें स्वीकार कीजिए,
इज्जत नहीं दे सकते, ना दुत्कार दीजिए,
लोगों की दो दो बीवियां यहां एक ना मिले,
कुछ दिन चलाए चक्कर पर नेक ना मिले,
जब भी है ऐसा लगता बात बन जाएगी,
बस अगले ही पल उससे मेरी ठन जाएगी,
हम जितने भी सिंगल हैं, हमें स्वीकार कीजिए,
इज्जत नहीं दे सकते, ना दुत्कार दीजिए,
जो लेना हो कोई कमरा हमको किराए पे,
मत पूछो मेरे भाई क्या क्या ना हम करे,
सिंगल को कमरा दे कोई तैयार नहीं है,
दे भी दिया तो लाना यहां कोई यार नहीं है,
हम जितने भी सिंगल हैं, हमें स्वीकार कीजिए,
इज्जत नहीं दे सकते, ना दुत्कार दीजिए,
गलती से कहीं तुम पच्चीस के पार हो गए,
सुन सुन के ताने शादी के लाचार हो गए,
रिश्तेदारों के दावत में तुम जाने से डरो,
दिख जाए कहीं ये दूर से नमस्ते तुम करो,
हम जितने भी सिंगल हैं, हमें स्वीकार कीजिए,
इज्जत नहीं दे सकते, ना दुत्कार दीजिए,
आधी से ज्यादा दुनिया तो हमको सिखा रही,
क्या करना है और क्या नहीं हमको बता रही,
कोई बता रहा के रखो सोलह सोमवार,
कोई कहे तुम पीला पहनो अब के वीरवार,
हम जितने भी सिंगल हैं, हमें स्वीकार कीजिए,
इज्जत नहीं दे सकते, ना दुत्कार दीजिए,
©Pankaj Pahwa
#single का दर्द