कहते हो इश्क है कमाल करते हो, खैरियत कबसे नही पूँ | हिंदी कविता
"कहते हो इश्क है
कमाल करते हो,
खैरियत कबसे नही पूँछी
बस सवाल करते हो,
बातें बनाना कोई आप से सीखे
काम ये आप बेमिसाल करते हो,
कभी शहद सी मीठी ,कभी नमक से खारी बातें
पहले करते फिर उन बातों का मलाल करते हो,
कहते हो इश्क है कमाल करते हो ।
Dee..."
कहते हो इश्क है
कमाल करते हो,
खैरियत कबसे नही पूँछी
बस सवाल करते हो,
बातें बनाना कोई आप से सीखे
काम ये आप बेमिसाल करते हो,
कभी शहद सी मीठी ,कभी नमक से खारी बातें
पहले करते फिर उन बातों का मलाल करते हो,
कहते हो इश्क है कमाल करते हो ।
Dee...