White जब दौड़ रहा था , मंज़िल से दूर था अब रैंगने | हिंदी शायरी

"White जब दौड़ रहा था , मंज़िल से दूर था अब रैंगने से मंज़िल क्या ख़ाक मिलेगी । ©सलीम ख़ान"

 White जब दौड़ रहा था , मंज़िल से दूर था 
अब रैंगने से मंज़िल क्या ख़ाक मिलेगी ।

©सलीम ख़ान

White जब दौड़ रहा था , मंज़िल से दूर था अब रैंगने से मंज़िल क्या ख़ाक मिलेगी । ©सलीम ख़ान

#love_shayari

People who shared love close

More like this

Trending Topic