White ज़ालिमों ने जिसको लूटा जाकर मयखाने में।
गुजारी है सारी उमर बेशक उसको बचाने में।
माली ने सिद्दत से सींचा गुलाब गुलशन को।
कमबख्तों ने तोड़ा उसे सेजों को महकाने में।
ज़ालिम ने जहर बोया है बुजदिल वजन को।
जिंदगी भर मेहनत की कलियां को बसाने में।
मौत का सौदा किया जिसने उसके लिए क्या।
हकीकत दफ़न करने लगे चुपचाप दबाने में।
के एल महोबिया
©K L MAHOBIA
#दिल से:- के एल महोबिया