तलब ऐसी की..... सांसों में समा लूं तुझे! और, क़िस | हिंदी Shayari

"तलब ऐसी की..... सांसों में समा लूं तुझे! और, क़िस्मत ऐसी की....देखने को भी मोहताज हूं मैं!!!!"

 तलब ऐसी की..... सांसों में समा
 लूं तुझे!
और,
क़िस्मत ऐसी की....देखने को भी 
मोहताज हूं मैं!!!!

तलब ऐसी की..... सांसों में समा लूं तुझे! और, क़िस्मत ऐसी की....देखने को भी मोहताज हूं मैं!!!!

#lost

People who shared love close

More like this

Trending Topic