White ### दोस्ती की ताकत
गाँव के बाहर एक घना जंगल था, जहाँ दो गहरे दोस्त, राजू और मोहन, हर दिन खेलने जाते थे। राजू बहुत बहादुर था, लेकिन मोहन को थोड़ी सी भी डरावनी चीज़ें डरा देती थीं।
एक दिन, वे जंगल में खेल रहे थे, तभी अचानक एक बड़ा भालू उनके सामने आ गया। राजू तुरंत एक पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन मोहन पेड़ पर चढ़ना नहीं जानता था। उसने सोचा कि क्या किया जाए।
तभी मोहन को अपने दादा जी की बात याद आई, "अगर कभी भालू का सामना हो, तो जमीन पर लेट जाओ और सांस रोक लो। भालू सोचेंगे कि तुम मरे हुए हो।" मोहन ने वैसा ही किया।
भालू ने मोहन के पास आकर उसे सूंघा और उसे मरा समझकर वहां से चला गया।
जब भालू चला गया, तो राजू पेड़ से नीचे आया और मोहन से पूछा, "भाई, भालू ने तुम्हारे कान में क्या कहा?" मोहन ने मुस्कुराते हुए कहा, "भालू ने कहा कि सच्चे दोस्त वही होते हैं जो मुसीबत में साथ न छोड़ें।"
राजू को अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने मोहन से माफी माँगी। दोनों दोस्तों ने एक-दूसरे को गले लगाया और वादा किया कि वे हमेशा एक-दूसरे का साथ देंगे।
इस तरह, दोस्ती की ताकत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सच्चा दोस्त हमेशा मुसीबत में काम आता है।
©Pooja
#Moral story