एक सूरज ढल जायेगा, एक रात सुनहरी आयेगी , चांद फलक | हिंदी कविता

"एक सूरज ढल जायेगा, एक रात सुनहरी आयेगी , चांद फलक पर आएगा ,दिल को बगिया रौशन हो जायेगी, एक रात कल भी आई थी एक रात कल भी आएगी , एक बात अधूरी है कल से शायद कल पूरी हो जाएगी, रुको जरा नया सवेरा तो देखो ,जिस सपने की आस तुम्हें कल शायद पूरी हो जाएगी । आज भी ना आए खुशी कल शायद आजायेगी .... ©sukhwant kumar saket"

 एक सूरज ढल जायेगा, एक रात सुनहरी आयेगी ,
चांद फलक पर  आएगा ,दिल को बगिया रौशन हो जायेगी,
एक रात कल भी आई थी एक रात कल भी आएगी ,
एक बात अधूरी है कल से शायद कल पूरी हो जाएगी,
रुको जरा नया सवेरा तो देखो ,जिस सपने की आस तुम्हें कल शायद पूरी हो जाएगी ।
आज भी ना आए खुशी कल शायद आजायेगी ....

©sukhwant kumar saket

एक सूरज ढल जायेगा, एक रात सुनहरी आयेगी , चांद फलक पर आएगा ,दिल को बगिया रौशन हो जायेगी, एक रात कल भी आई थी एक रात कल भी आएगी , एक बात अधूरी है कल से शायद कल पूरी हो जाएगी, रुको जरा नया सवेरा तो देखो ,जिस सपने की आस तुम्हें कल शायद पूरी हो जाएगी । आज भी ना आए खुशी कल शायद आजायेगी .... ©sukhwant kumar saket

#Poet #Community #f4f #poem✍🧡🧡💛 #hindi_poetry #Sayad #Kal

People who shared love close

More like this

Trending Topic