White सोशल मीडिया ने हर शख्स को निर्णायक बना दिया है अपने आप से अधिक वह दूसरों की खोज ख़बर रखता है
सोशल मीडिया पर दर्शायी गयी ख़ूबसूरती,मुस्कान,खुशियाँ और प्रशंसा तो आभासी ही रह जाती है पर उसमें दिखायी गयी बदसूरती, आंसू , पीड़ाएं और आलोचनाएँ सचमुच वास्तविक हो जाती है जो किसी को जान देने के लिए भी मजबूर कर देती है !
यहाँ सब कुछ नकली, बनावटी और झूठ होता है।इसके नशे से बाहर आकर यथार्थ में जीना सीखें और अपने आप से खुश रहें, दूसरों के द्वारा दी गई टिप्पणियों पर खुश होने के मोहताज न रहें।जो ख़ुद खुश रहना नहीं जानते वे आपको क्या ख़ुशी देंगे?
जीवन ख़ुशी और सुकून से जीना एक बात है और जीवन का सुकून और ख़ुशी दिखाना दूसरी बात है।
देखने- दिखाने की नहीं जीने की कला सीखिये!!
©Anjali Jain
#Sad_shayri 21.05.24