जब कांच उठाने पड़ जाएं
तुम हाथ हमारा ले जाना
जब समझो कोई साथ नहीं
तुम साथ हमारा ले जाना ,
जब देखो कि तुम तन्हा हो
और रस्ते हैं दुश्वार बहुत
तब हमको अपना कह के तुम
बेबाक सहारा ले जाना,
जो बाजी तुम जीतोगे
जो मंजिल भी तुम पाओगे
हम पास तुम्हारे हो न हो
एहसास हमारा ले जाना ,
गर याद हमारी आ जाए
तुम पास हमारे आ जाना
बस इक मुस्कान हमें देना
और जान हमारी ले जाना,,।
©Khan Sahab
#तुम जान हमारी ले जाना