Red sands and spectacular sandstone rock formations दूर जितना रहा तू मेरी नजरों से,
उतना ही दिल के करीब आया है।
भीड़ में है फिर भी अकेले हैं,
एक अपनापन मैंने तुझमें पाया है।
खुद से दूर मत समझ मुझे,
तू मुझ में रुह बनकर समाया है।
तुझसे कभी कोई शिकायत नहीं है,
खुद का नसीब ही ऐसा पाया है।
मत छुपा अपना कोई भी गम मुझसे,
तेरा दर्द मेरी आंखों में नजर आया है।
©Riti sonkar
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